मेरी चाची ने मुझे इस हरकत में पकड़ लिया, मेरा हाथ मेरे फनफनाते हुए लंड पर लिपट गया.उन्होंने मुझे डांटा नहीं बल्कि जो मैंने शुरू किया था, उसे पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया.जैसे जैसे हम अपनी मनाही इच्छाओं में लिप्त थे, वैसे ही कमरा वासना और इच्छा से भर गया था.